2024 का perfect तरीका Intraday trading meaning

Intraday trading meaning : Intraday trading एक share market व्यापार का प्रकार है जिसमें trader एक दिन में ही खरीद – बिक्री करते हैं। इसका मुल उद्देश्य होता है समय अंतरण बदलावों का लाभ उठाना , यानी कि मार्केट के छोटे movements से फ़ायदा कमाना। 

इस प्रकार के trading में व्यापारी अपने खरीदे गए शेयर को मार्केट बंद होने से पहले ही बेच देते हैं और मुनाफा कमाते हैं। Intraday trading में positions को overnight नहीं रखा जाता , जिससे व्यापारी मार्केट के निश्चित बदलावों के प्रति अधिक संकोच रख सके। 

यह trading फॉर्म high risk और high रिवार्ड वाली होती है , और इसमें technical analysis और मार्केट trends का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है। Intraday trading में मार्जिन trading भी अक्सर इस्तेमाल होता है, जिसमें व्यापारी अपने invest किए गए राशि से अधिक शेयर खरीद सकते हैं।

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Intraday trading Meaning In Hindi

Intraday trading meaning in hindi : Intraday trading, को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जानते है, यह एक ऐसी financial activities है जिसमें financial instruments की खरीद – बिक्री एक ही ट्रेडिंग Session के दौरान होती है। इस तरह की ट्रेडिंग में, व्यापारी को एक दिन के अंदर ही अपनी सभी पोजीशनों को समाप्त करना होता है। यदि वह ऐसा नहीं करता, तो ब्रोकर अपने आप उसकी पोजीशन को समाप्त कर देता है। इंट्राडे ट्रेडिंग की अवधि ब्रोकर के अनुसार अलग – अलग होती है।

इंट्राडे ट्रेडिंग का समय (Intraday trading meaning)

इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है, एक ही दिन में वित्तीय उत्पादों को खरीदने और बेचने का अभ्यास है। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए, ट्रेडिंग सत्र के खुलने के बाद से समापन समय तक ट्रेड को खोला और बंद किया जाना चाहिए।

भारत में, स्टॉक एक्सचेंजों का कारोबारी समय सुबह 9:15 बजे से शुरू होता है और शाम 3:30 बजे समाप्त होता है। इसलिए, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए, ट्रेड को सुबह 9:15 बजे से शाम 3:30 बजे तक खोला और बंद किया जाना चाहिए।

हालांकि, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह 9:30 से 10:30 बजे के बीच है। इस समय के दौरान, बाजार में सबसे अधिक गतिविधि होती है और इसलिए, ट्रेडिंग करने के लिए सबसे अधिक अवसर होते हैं।

नए इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए, सुबह 9:30 से 10:30 बजे के बीच ट्रेडिंग शुरू करना एक अच्छा विचार है। इस समय के दौरान, बाजार की गतिविधियों को समझना और ट्रेडिंग रणनीतियों को विकसित करना आसान होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण समय सीमा हैं: Intraday trading meaning

सुबह 9:30 से 10:30 बजे: यह समय बाजार खुलने के बाद सबसे अधिक गतिविधि का होता है।

दोपहर 12:00 से 1:00 बजे: यह समय आमतौर पर बाजार में कुछ गतिविधि में कमी का होता है।

दोपहर 2:00 से 3:00 बजे: यह समय बाजार बंद होने से पहले अंतिम गतिविधि का होता है।

इन समय सीमा को ध्यान में रखते हुए, इंट्राडे ट्रेडर्स अपने लिए सबसे उपयुक्त समय का चयन कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग नियम (Intraday trading meaning) 

इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ महत्वपूर्ण नियम इस प्रकार हैं:

अपनी क्षमता से अधिक निवेश न करें: इंट्राडे ट्रेडिंग में, ट्रेडर्स अक्सर अपने निवेश की एक छोटी राशि का उपयोग करते हैं। यह नुकसान को सीमित करने में मदद करता है यदि एक ट्रेड गलत हो जाता है।

अपने जोखिम को प्रबंधित करें: स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करके अपने जोखिम को प्रबंधित करना महत्वपूर्ण है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर एक ट्रेड को एक निश्चित मूल्य पर स्वचालित रूप से बंद कर देता है, भले ही ट्रेडर ट्रेडिंग डेस्क पर न हो।

अपने अनुसंधान करें: किसी भी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले, अपने शोध करें। यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि आपका ट्रेड क्यों सफल हो सकता है या विफल हो सकता है।

अपने भावनाओं पर काबू रखें: इंट्राडे ट्रेडिंग में, भावनाएं एक बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। अपने भावनाओं पर काबू रखना और तर्कसंगत निर्णय लेने महत्वपूर्ण है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण नियम इस प्रकार हैं:

एक ट्रेडिंग रणनीति विकसित करें: एक सफल इंट्राडे ट्रेडर होने के लिए, आपको एक ट्रेडिंग रणनीति की आवश्यकता है। यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि आप कब और कैसे व्यापार करें।

नियमित रूप से अभ्यास करें: इंट्राडे ट्रेडिंग एक कौशल है जिसे अभ्यास की आवश्यकता होती है। जितनी अधिक आप अभ्यास करेंगे, उतना ही बेहतर आप बनेंगे।

अपने नुकसान से सीखें: हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग में कुछ नुकसान उठाएगा। अपने नुकसान से सीखना महत्वपूर्ण है ताकि आप भविष्य में बेहतर निर्णय ले सकें।

इंट्राडे ट्रेडिंग एक जोखिम भरा कार्य हो सकता है, लेकिन यह लाभदायक भी हो सकता है। इन बुनियादी नियमों का पालन करके, आप अपने जोखिम को कम कर सकते हैं और अपने सफलता के अवसरों को बढ़ा सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग के जोखिम (Intraday trading meaning) 

इंट्राडे ट्रेडिंग एक जोखिम भरा कार्य हो सकता है, क्योंकि इसमें निवेशक कम समय में अधिक लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। 

इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ प्रमुख जोखिम निम्नलिखित हैं: Intraday trading meaning

मूल्य में उतार-चढ़ाव: इंट्राडे ट्रेडिंग में, शेयरों की कीमतें तेजी से उतार-चढ़ाव कर सकती हैं। यदि एक निवेशक गलत दिशा में अनुमान लगाता है, तो वह बड़ी मात्रा में नुकसान उठा सकता है।

मार्केट अस्थिरता: बाजार की अस्थिरता इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए एक और जोखिम है। यदि बाजार अस्थिर है, तो शेयरों की कीमतें तेजी से उतार-चढ़ाव कर सकती हैं, जिससे निवेशकों के लिए लाभ कमाना मुश्किल हो सकता है।

मार्जिन ट्रेडिंग: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशक मार्जिन ट्रेडिंग का उपयोग कर सकते हैं। मार्जिन ट्रेडिंग में, निवेशक अपने खाते में उपलब्ध पूंजी से अधिक शेयरों को खरीद सकते हैं। हालांकि, मार्जिन ट्रेडिंग में जोखिम अधिक होता है, क्योंकि यदि शेयरों की कीमत गिरती है, तो निवेशक को बड़ी मात्रा में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

भावनाएं: इंट्राडे ट्रेडिंग में, भावनाएं एक बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। यदि एक निवेशक अपने भावनाओं पर काबू नहीं रख पाता है, तो वह गलत निर्णय ले सकता है, जिससे उसे नुकसान हो सकता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग एक जोखिम भरा कार्य हो सकता है, लेकिन यह लाभदायक भी हो सकता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए, निवेशकों को इन जोखिमों को समझना और उन्हें कम करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के जोखिम को कम करने के लिए निवेशक निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:

अपनी क्षमता से अधिक निवेश न करें: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशकों को अपनी क्षमता से अधिक निवेश नहीं करना चाहिए। यह नुकसान को सीमित करने में मदद करेगा यदि एक ट्रेड गलत हो जाता है।

अपने जोखिम को प्रबंधित करें: स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करके अपने जोखिम को प्रबंधित करना महत्वपूर्ण है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर एक ट्रेड को एक निश्चित मूल्य पर स्वचालित रूप से बंद कर देता है, भले ही ट्रेडर ट्रेडिंग डेस्क पर न हो।

अपने अनुसंधान करें: किसी भी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले, अपने शोध करें। यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि आपका ट्रेड क्यों सफल हो सकता है या विफल हो सकता है।

अपने भावनाओं पर काबू रखें: इंट्राडे ट्रेडिंग में, भावनाएं एक बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। अपने भावनाओं पर काबू रखना और तर्कसंगत निर्णय लेने महत्वपूर्ण है।

इन स्टेप्स को फॉलो करके, निवेशक इंट्राडे ट्रेडिंग के जोखिम को कम कर सकते हैं और अपने सफलता के अवसरों को बढ़ा सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे  (Intraday trading meaning)

  • लघु अवधि में लाभ: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशक कम समय में अधिक लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। यदि एक निवेशक सही दिशा में अनुमान लगाता है, तो वह दिन के अंत में बहुत ही अच्छा लाभ कमा सकता है।
  • कम लागत: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशकों को लंबी अवधि के निवेश की तुलना में कम शुल्क और लागत का भुगतान करना पड़ता है।
  • लचीलापन: इंट्राडे ट्रेडिंग निवेशकों को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अपने ट्रेडिंग रणनीति को समायोजित करने की अनुमति देती है। यदि एक निवेशक को अचानक धन की आवश्यकता होती है, तो वह अपने ट्रेडों को जल्दी से बंद कर सकता है।
  • नई तकनीकों का उपयोग: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशक technical analysis और अन्य तकनीकों का उपयोग करके बाजार की गतिविधियों का विश्लेषण कर सकते हैं।
  • व्यापक बाजार पहुंच: इंट्राडे ट्रेडिंग निवेशकों को दुनिया भर के बाजारों तक पहुंच प्रदान करती है।

इंट्राडे ट्रेडिंग एक लाभदायक कार्य हो सकता है, लेकिन यह जोखिम भरा भी हो सकता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए, निवेशकों को इन जोखिमों को समझना और उन्हें कम करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्क (Intraday trading meaning)

इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशकों को विभिन्न प्रकार के शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • ब्रोकरेज शुल्क: ब्रोकरेज शुल्क वह शुल्क है जो निवेशकों को अपने ब्रोकरों को अपने ट्रेडों को करने के लिए भुगतान करना पड़ता है। ब्रोकरेज शुल्क लेनदेन के मूल्य के प्रतिशत के रूप में या एक निश्चित शुल्क के रूप में लिया जा सकता है।
  • सेबी शुल्क: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) सभी ट्रेडों पर एक शुल्क लेता है। यह शुल्क लेनदेन के मूल्य के 0.00025% से 0.000325% के बीच है।
  • एसटीटी शुल्क: स्टॉक ट्रांजेक्शन टैक्स (एसटीटी) एक शुल्क है जो शेयरों की बिक्री पर लिया जाता है। यह शुल्क लेनदेन के मूल्य के 0.025% है।
  • लेनदेन शुल्क: स्टॉक एक्सचेंज भी लेनदेन शुल्क लेते हैं। यह शुल्क लेनदेन के मूल्य के एक छोटे से प्रतिशत के रूप में लिया जाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्क विभिन्न ब्रोकरों और एक्सचेंजों के बीच भिन्न हो सकते हैं। निवेशकों को अपने ब्रोकरों से अपने शुल्क संरचना के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्क को कम करने के लिए निवेशक नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं: Intraday trading meaning

अपने ब्रोकरों की शुल्क संरचना की तुलना करें: विभिन्न ब्रोकरों की शुल्क संरचनाओं की तुलना करके, निवेशक अपने लिए सबसे अच्छा सौदा पा सकते हैं।

अपने ट्रेडों की संख्या को कम करें: यदि investor अपने ट्रेडों की संख्या को कम करते हैं, तो वे अपने ट्रेडिंग शुल्क को कम करने में मदद कर सकते हैं।

डिस्काउंट ब्रोकरों का उपयोग करें: डिस्काउंट ब्रोकरों आमतौर पर पारंपरिक ब्रोकरों की तुलना में कम शुल्क लेते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग एक जोखिम भरा कार्य हो सकता है, इसलिए investors को इन जोखिमों को समझना और उन्हें कम करने के लिए स्टेप्स उठाना चाहिए।

इंट्राडे ट्रेडिंग के निम्नलिखित लाभ हैं: Intraday trading meaning

  • त्वरित मुनाफे की क्षमता
  • लंबी अवधि के निवेश की तुलना में कम लागत
  • लचीला समय सारिणी और बाजार तक पहुंच

इंट्राडे ट्रेडिंग के निम्नलिखित जोखिम भी हैं: Intraday trading meaning

  • उच्च अस्थिरता और महत्वपूर्ण नुकसान की संभावना
  • पर्याप्त ज्ञान, कौशल और अनुशासन की आवश्यकता
  • भावनात्मक रूप से थकाऊ हो सकता है

Conclusion : Intraday trading meaning

दोस्तों, मैं आशा करता हूं आपको आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा । हमने इस आर्टिकल में देखा intraday trading क्या है, Intraday trading meaning, intraday trading के फ़ायदे और नुकसान। यदि आपको इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव आपके मन में है तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताए ।

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