Option trading meaning जानने का 5 Perfect तरीका

नमस्ते दोस्तों techsadhan मे आपका स्वागत है। आज इस लेख में हम जानेंगे की option trading kya hai, option trading kaise sikhe (ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें) , option trading meaning और option trading से संबंधित सारी जानकारी इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़े।

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? Option trading meaning in hindi 

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यापारी किसी अन्य व्यक्ति से एक underlying asset को खरीदने या बेचने का अधिकार खरीदता है, लेकिन दायित्व नहीं। ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट में एक निश्चित अवधि होती है, जिसे समाप्ति तिथि कहते है। व्यापारी ऑप्शन को समाप्ति तिथि से पहले एक्सरसाइज कर सकता है, या इसे समाप्ति तिथि तक बेच सकता है।

ऑप्शन दो प्रकार के होते हैं: कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन।

कॉल ऑप्शन खरीदार को एक निश्चित कीमत पर एक underlying asset खरीदने का अधिकार देता है।

Join Us on Telegram

पुट ऑप्शन खरीदार को एक निश्चित कीमत पर एक अंतर्निहित परिसंपत्ति बेचने का अधिकार देता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जैसे:

लाभ कमाना: यदि व्यापारी का मानना है कि अंतर्निहित परिसंपत्ति की कीमत बढ़ेगी, तो वह एक कॉल ऑप्शन खरीद सकता है। यदि कीमत बढ़ती है, तो व्यापारी ऑप्शन को एक्सरसाइज करके लाभ कमा सकता है।

हानि को कम करना: यदि व्यापारी का मानना है कि अंतर्निहित परिसंपत्ति की कीमत घटेगी, तो वह एक पुट ऑप्शन खरीद सकता है। यदि कीमत घटती है, तो व्यापारी ऑप्शन को एक्सरसाइज करके नुकसान को कम कर सकता है।

पोजिशन लेना: ऑप्शन का उपयोग किसी अंतर्निहित परिसंपत्ति पर पोजिशन लेने के लिए भी किया जा सकता है, बिना उसे वास्तव में खरीदे या बेचे। उदाहरण के लिए, यदि व्यापारी का मानना है कि एक स्टॉक की कीमत बढ़ेगी, तो वह एक कॉल ऑप्शन खरीद सकता है। यदि कीमत बढ़ती है, तो व्यापारी ऑप्शन को एक्सरसाइज करके स्टॉक खरीद सकता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग एक जोखिम भरा निवेश है। व्यापारी को ऑप्शन के मूल्य में उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान के लिए तैयार रहना चाहिए।

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, व्यापारियों को ऑप्शन के सिद्धांतों और जोखिमों को अच्छी तरह से समझना चाहिए। उन्हें एक अनुभवी सलाहकार से भी सलाह लेनी चाहिए।

ऐलिस ब्लू में ऑप्शंस को कैसे ट्रेड करें

ऐलिस ब्लू में ऑप्शंस को ट्रेड करने के लिए, नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

  • एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलें।
  • ऑप्शंस ट्रेडिंग के लिए अपने अकाउंट को ऐक्टिव करें।
  • एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट चुनें।
  • ऑप्शन ऑर्डर को डालें।
  • उस ऑर्डर को पूरा करें।

एक ट्रेडिंग अकाउंट खोले

सबसे पहले, आपको ऐलिस ब्लू में एक Trading Account खोलना होगा। ऐसा करने के लिए, आप ऐलिस ब्लू की website पर जाकर “खाता खोलें” ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। आपको अपना व्यक्तिगत विवरण और वित्तीय जानकारी देना होगा । अकाउंट खुलने में कुछ दिन लग सकता है।

ऑप्शंस ट्रेडिंग के लिए अपना अकाउंट को ऐक्टिव करें

जब एक बार आपका अकाउंट खुल जाता है तो , आपको ऑप्शंस ट्रेडिंग के लिए इसे ऐक्टिव रखना होगा। ऐसा करने के लिए, ऐलिस ब्लू की website पर जाकर “ऑप्शंस ट्रेडिंग ऐक्टिव करें” icon पर क्लिक करें। आपको कुछ कार्य को पूरा करना होगा , जैसे कि कुछ trading का अनुभव होना और न्यूनतम खाता शेष होना।

एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट चुनें

जब एक बार आपका अकाउंट ऐक्टिव हो जाएगा तो , उसके बाद आपको एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट चुनना होगा। ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट में निम्नलिखित जानकारी दी जाती है – 

अंतर्निहित परिसंपत्ति: अंतर्निहित परिसंपत्ति एक वित्तीय साधन है जिस पर एक व्युत्पन्न अनुबंध का मूल्य निर्भर करता है। व्युत्पन्न अनुबंध एक ऐसा समझौता है जो एक भविष्य की तिथि में एक निश्चित मूल्य पर अंतर्निहित परिसंपत्ति का विनिमय करने का अधिकार या दायित्व प्रदान करता है।

अंतर्निहित परिसंपत्तियां कई प्रकार की हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • स्टॉक: कंपनी के स्वामित्व का एक हिस्सा
  • बॉन्ड: एक ऋण उपकरण
  • कमोडिटी: वस्तु, जैसे सोना या तेल
  • मुद्रा: एक देश की मुद्रा
  • ब्याज दर: ऋण के लिए भुगतान की जाने वाली दर

अंतर्निहित परिसंपत्ति की कीमत में परिवर्तन व्युत्पन्न अनुबंध के मूल्य को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, यदि स्टॉक की कीमत बढ़ती है, तो स्टॉक पर कॉल ऑप्शन की कीमत भी बढ़ जाएगी।

स्ट्राइक मूल्य: स्ट्राइक मूल्य एक विकल्प अनुबंध में एक महत्वपूर्ण कारक है। यह वह मूल्य है जिस पर अंतर्निहित परिसंपत्ति को खरीदा या बेचा जा सकता है यदि विकल्प का प्रयोग किया जाता है।

स्ट्राइक मूल्य का विकल्प की कीमत, जोखिम और संभावित लाभ पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

समाप्ति तिथि: समाप्ति तिथि वह तिथि है जिस पर विकल्प अनुबंध की वैधता समाप्त हो जाती है। विकल्प अनुबंध की समाप्ति तिथि के बाद, खरीदार विकल्प का प्रयोग करने में सक्षम नहीं होंगे।

समाप्ति तिथि विकल्प की कीमत और जोखिम को प्रभावित करती है। यदि समाप्ति तिथि निकट है, तो विकल्प की कीमत आमतौर पर कम होती है क्योंकि विकल्प का प्रयोग करने के लिए कम समय होता है। यदि समाप्ति तिथि दूर है, तो विकल्प की कीमत आमतौर पर अधिक होती है क्योंकि विकल्प का प्रयोग करने के लिए अधिक समय होता है।

यदि आप चाहे तो ऐलिस ब्लू की website पर जाकर ऑप्शन चार्ट या ऑप्शन खोज का इस्तेमाल करके ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को चुन सकते हैं।

ऑप्शन ऑर्डर डालें

यदि एक बार आपने जब एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट चुना लिया तो, आपको ऑप्शन ऑर्डर डालना ही होगा। ऑर्डर में नीचे दी गई जानकारी शामिल होती है:

  • ऑर्डर प्रकार: खरीद या बेचें।
  • स्ट्राइक मूल्य: ऑप्शन का स्ट्राइक मूल्य।
  • मात्रा: आप कितने ऑप्शन खरीद या बेचना चाहते हैं।
  • कीमत: आप ऑप्शन के लिए भुगतान करना चाहते हैं।

यदि आप चाहे तो ऐलिस ब्लू की वेबसाइट पर ऑर्डर प्लेसमेंट पेज का इस्तेमाल करके ऑप्शन ऑर्डर डाल सकते हैं।

ऑर्डर को पूरा करें

यदि एक बार आपने जब ऑप्शन ऑर्डर डाल दिया तो, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि ऑर्डर पूरा हो गया है। आप ऐलिस ब्लू की website पर जाकर ऑर्डर ट्रैकिंग पेज का इस्तेमाल करके ऑर्डर की स्थिति का जांच कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग के जोखिम

Option trading एक जोखिम भरा निवेश है। व्यापारी को Option के मूल्य में उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान के लिए पहले से ही तैयार होना चाहिए। Option trading शुरू करने से पहले, व्यापारियों को Option के सिद्धांतों और जोखिमों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए। उन्हें एक अनुभवी सलाहकार से  सलाह लेना चाहिए। 

यहां कुछ टिप्स दी गई हैं जो आपको ऐलिस ब्लू में ऑप्शंस ट्रेडिंग में मदद कर सकती हैं:

ऑप्शन ट्रेडिंग से पहले, आप बाजार की स्थिति और अंतर्निहित परिसंपत्ति के बारे में रिसर्च करें। 

एक रणनीति बनाये और उस पर डटे रहें। अपने जोखिम को कम करने के लिए प्रॉफिट टेकिंग और स्टॉप-लॉस ऑर्डर का इस्तेमाल करें।

Option trading meaning से संबंधित FAQ’s

ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है?

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यापारी किसी अन्य व्यक्ति से एक underlying asset को खरीदने या बेचने का अधिकार खरीदता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?

ऑप्शन ट्रेडिंग दो प्रकार के होते हैं कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन।

Conclusion : Option trading meaning in hindi 

आज इस लेख में मैंने आपको Option trading meaning in hindi के बारे में बताया और इसके बारे में सभी जानकारी प्रदान की है। 

मुझे आशा है की आपको हमारा आज का यह लेख ‘Option trading meaning in hindi‘ पसंद आया होगा, यदि इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल और सुझाव आपके मन में है तो आप हमे कमेंट करके जरूर बताए। हम आपके हर सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। 

इसे भी पढे :-

Leave a Comment